ऑनलाइन मूल्यांकन का महत्व हिंदी में(importance of evalution in hindi) in ict


 (1.) सुरक्षा:-

ऑनलाइन परीक्षा की प्रक्रिया कागज और पेन आधारित परीक्षा से अधिक सुरक्षित है।कागज को अधिक समय के लिए सुरक्षित रख पाना संभव नहीं है।परीक्षा संबंधी वेबसाइट पर एक बार सभी प्रश्नों को अपलोड कर दिया जाता है जिसे विद्यार्थी एक साथ देख सकते हैं। इन प्रश्नों को सॉफ्टवेयर द्वारा फेर-बदल कर एक से अधिक बार परीक्षा में प्रयोग किया जा सकता है। ऑनलाइन परीक्षा से शिक्षकों को पेपर लीक जैसी समस्याओं का सामना नही करना पड़ता। इसमें में छात्रों को नकल करने का मौका नहीं मिल पाता जिस से छात्रों का सही विश्लेषण संभव हो पाता है। 


 (2.) परीक्षा में कम खर्च में सहायक:-

आज के आधुनिक युग में भी विद्यालयों और कॉलेजों में परीक्षाओं में अधिक धंन खर्च होता है। प्रश्न और उत्तर प्रत्रिकाएं छपवाने से लेकर एक परीक्षा आयोजित करने के लिए विद्यालयों व कॉलेजों को बहुत खर्चा उठाना पड़ता है। ऑनलाइन परीक्षा परीक्षा वह विकल्प है जो अतिरिक्त खर्चों में
कटौती में सहायक है। परिक्षा का संचालन पूर्ण रूप से तकनीकी का प्रयोग किया जाता है। जब विभिन्न स्थानों किसी प्रकार की प्रतियोगिता संबंधी परीक्षा आयोजित करनी होती हैं तब बहुत खर्चे में परीक्षा आयोजित की जा सकती है। 
 
 (3.) प्रश्नपत्र बनाना :-

तकनीकी गूगल फॉर्म का प्रयोग कर पहले से तैयार प्रश्नों के पेटर्न के अनुसार सरलता से प्रश्न-पत्र तैयार किया जा सकता है। जो शिक्षक के कार्य को सरल बनाने में अधिक सहायक है। और छात्रों के लिए भी एक बार में समझ में आ जाने वाला प्रश्न-पत्र तैयार हो पाता है। 
 
 (4.) कागज व पेंसिल के प्रयोग में कमी:- 

अॉनलाइन शिक्षा व ऑनलाइन मूल्यांकन से कागज व
पेंसिल के प्रयोग में कमी आएगी जो प्रकृति के बचाव का सकरात्मक बिंदु है। और छात्र भी कागज व पेंसिल के स्थान पर ऑनलाइन मूल्यांकन में अधिक रुचि लेते हैं। ऑनलाइन शिक्षा में तकनीकी का प्रयोग कर कम समय में अधिक पाठ्यक्रम को रुचिकर बनाकर छात्रों समक्ष प्रस्तुत किया जा सकता है। 

 (5.) शीघ्र परिणाम की प्राप्ति:-

अधिकतर लिखित परीक्षा के परिणाम में अधिक समय लगता है जिससे छात्र परीक्षा के बाद तनाव और चिंता का अनुभव करने लगते हैं। परन्तु ऑनलाइन परीक्षा में तुरंत परिणाम की प्राप्ति होती है। जिससे छात्र तनावमुक्त रहते हैं और छात्र व शिक्षक दोनों के समय की बचत होती है। 

  (6.) किसी भी समय परीक्षा का आयोजन :- 

मूल्यांकन,किसी भी प्रकार की दी जाने वाली शिक्षा महत्वपूर्ण भाग है। आॅनलाइन परीक्षा किसी भी स्थान पर आयोजित की जा सकती है और छात्र भी किसी भी स्थान पर अपने मोबाइल,कंप्यूटर,टैबलेट व लैपटॉप पर परीक्षा दे सकते हैं। ऑनलाइन परीक्षा आभासी कक्षा के भीतर होने वाली परीक्षा  है जहाँ अधिक संख्या में छात्र परीक्षा दे सकते हैं। और एक साथ सभी का कम समय व सटीक ऑनलाइन मूल्यांकन भी किया जा सकता है। 

 (7.) परस्पर संवाद में सरलता:-

कक्षा में अध्यापक द्वारा पढ़ाये जाने पर छात्र अध्यापक से प्रश्न पूछने में शर्म महसूस करता है या वह स्वयं का मजाक बनने से डरता है परन्तु अॉनलाइन शिक्षा में छात्र का यह भय कम हो जाता है। वह सरलता से व बिना किसी डर के अधिगम कर सकता है व आवश्यकता के अनुसार शिक्षक व अपनी आभासी कक्षा के सहपाठीयों से विचार-विमर्श कर सकता है जो शिक्षक के ऑनलाइन मूल्यांकन के लिए सकारात्मक बिंदु है। 

  (8.) इंटरनेट व तकनीकी उपकरण का सही उपयोग:-

 परीक्षा व मूल्यांकन ऑनलाइन सहयोगी उपकरण की सहायता से सम्भव है।ऑनलाइन MOOC व MOODLE जैसे प्लेटफॉर्म पर दुनिया के किसी भी कोने में शिक्षा ग्रहण की जा सकती है। परीक्षा का आयोजन किया जा सकता है व सरलता से सटीक मूल्यांकन भी किया जा सकता है।जिसका छात्रों को ई प्रमाण-पत्र भी दिया जाता है। 


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