शिक्षा में प्रणाली उपागम तकनीक का प्रयोग पार्ट-3

(3.) प्रणाली उपागम तकनीक :-

प्रणाली उपागम का अर्थ किसी भी कार्य को करने के लिए पूर्व नियोजन करना अर्थात् एक ऐसी प्रणाली बनाना जो कार्य को सही ढंग से करने में सहायक हो उसे प्रणाली उपागम कहते हैं।

    प्रणाली उपागम का प्रयोग शिक्षा में शैक्षिक तकनीकी के रूप में किया जाता है।प्रणाली उपागम हार्डवेयर व साफ्टवेयर के बीच पुल का कार्य करता है। आधुनिक युग में शिक्षा जितनी हार्डवेयर उपागम तकनीकी (मशीनीकरण तकनीकी) की आवश्यकता है उतनी ही सॉफ्टवेयर उपागम तकनीकी(मनोवैज्ञानिक सिद्धांत) की है दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। जब इन दोनों को एक साथ प्रयोग किया जाता है तो वह प्रणाली उपागम कहलाता है। 

        उपर्युक्त दोनों प्रणालियों हार्डवेयर उपागम तकनीक व सॉफ्टवेयर उपागम तकनीक  में साम्य (Co-ordination) स्थापित करने,शिक्षा में तकनीकी का विस्तार करने में तीसरा पक्ष प्रणाली उपागम भी महत्वपूर्ण है। शिक्षण कार्य करते समय कक्षा में शिक्षण व अधिगम की विभिन्न परिस्थितियाँ उत्पन्न होती है।इन परिस्थितियों को ध्यान में रखकर हार्डवेयर उपागम तकनीकी (मशीनीकरण तकनीकी) व सॉफ्टवेयर उपागम तकनीकी (मनोवैज्ञानिक सिद्धांत) आवश्यकता के अनुसार प्रयोग किया जा सकता है।  इन दोनों का प्रयोग शिक्षा में शैक्षिक परिस्थितियों के अनुसार करना ही प्रणाली उपागम या प्रणाली विश्लेषण है।

Comments

  1. सॉफ्टवेयर उपागम एवं हार्डवेयर उपागम शैक्षिक तकनीकी को प्रभावी बनाने के लिए बहुत ही आवश्यक है अतः यह एक दूसरे के पूरक भी हैं और इन्हीं दोनों के सामंजस्य से ही प्रणाली उपागम निर्मित होता है।

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